खाने के विकार: कारण, लक्षण और उपचार

खाने के विकार:

खाने का विकार या eating disorder यह ऐसी मानसिक बीमारिया है जो बिना इलाज के जीवन को खतरनाक बना सकती हैं। ये बीमारिया सभी उम्र के लोग, लिंग के लोग और सभी परिस्थियों में दिखाई देता है। अगर आप या कोई आपके आस-पास खाना के विकार से लड़ रहा है, तो उसे तुरंत इलाज के लिए जाना चाहिए। इस ब्लॉग पोस्ट में, हम खाने के विकार, जैसे उनके कारण, लक्षण और उपचार के बारे में जानेंगे।
खाने के विकार

भोजन विकार क्या हैं?

भोजन के विकार या खाने के विकार, ऐसे मानसिक बीमारिया है जो खाने के व्यवहार, वजन और शरीर के आकार में असन्तुलन के साथ जुडी हुई है। ये बीमारिया शरीरिक, मानसिक और सामाजिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती है और इलाज न होने पर गंभीर संक्रमण का कारण बन सकती है। एनोरेक्सिया नर्वोसा, बुलिमिया नर्वोसा और बिंज-ईटिंग डिसऑर्डर खाने के विकार की सबसे आम तरह है।

भोजन विकार के कारण:

भोजन विकार के कारण के साथ-साथ विकसित होते हैं, जैसे जन्मानुसार, वातावरण से जुडी, मानसिक और शारीरिक कारणों से। कुछ आम कारण भी होते हैं जिनसे खाने के विकार विकसित हो सकते हैं, जैसे:
जन्मानुसार: शोध बताता है कि खाना के विकार वंशों से मिलता-जुलता है और कुछ ऐसे होते हैं जो किसी व्यक्ति को खाना के विकार विकसित होने के लिए अधिक प्रभावशाली बनाते है।
वातावरण से जुडी कारण: सामाजिक और सांस्कृतिक दबाव, जैसा पतला होना, खाना के विकार विकसित होने के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं।
मानसिक कारणों से जुडी कारण : चोट, कम आत्म-विश्वास और पूरी हो जाने की इच्छा भी खाने के विकार का कारण बन सकते हैं।

भोजन विकार के लक्षण:

भोजन के विकारों के लक्षण, खाने के विकार के प्रकार पर निर्भर करते हैं। कुछ आम भोजन के विकार के लक्षण है:
  • वजन की कमी या बढ़ोत्री।
  • खाना, वजन और शरीर के आकार के बारे में व्याघ्र विचार।
  • कुछ खाने की प्रक्रिया पर सीमित होना, जैसे कुछ विशिष्ट खाद्य या खाद्य समूह से खाने पर सीमा
  • भोजन से इंकार करना या भोजन छोड़ देना।
  • वजन की कमी के कारण ठंडा का अहसास होना, शरीरिक दुर्बलता, थकान, और मूड में बदलाव।
  • भोजन के खाने के तरीके पर सीमित होना, जैसे खाना खाते हुए चबाना।
  • वजन कम करने के लिए खाने के नाकाम प्रयास, जैसे लक्षित खाने का प्रयोग करना।
  • भोजन के प्रति अशुद्ध भावना

खाने के विकार के लिए उपचार:

खाने के विकार का इलाज संभव है, पर इसे प्राकृतिक तरीके से इलाज करना जरूरी है। इलाज का लक्ष्य शरीरिक और मेंटल हेल्थ का सुधार है। इलाज की प्रक्रिया आपके लक्षणों के अनुसार तय किया जाता है। कुछ आम इलाज की विधि निम्न है:
मनोचिकित्सा: ये मानसिक स्वास्थ्य के साथ जुडी बातें सुलझाने के लिए की जाती है। इसमें कॉग्निटिव-बिहेवियरल थेरेपी (CBT), इंटरपर्सनल थेरेपी और फैमिली-बेस्ड थेरेपी शामिल है।
दवा(medicine): ये शरीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के साथ जूडी समस्याओं को ठीक करने के लिए की जाती है। एंटीडिप्रेसेंट, एंटीसाइकोटिक्स और मूड स्टेबलाइजर्स ऐसे दवे हैं जो खाने के विकार का इलाज करने मे मदद कर सकती है।
शरीरिक स्वास्थ्य का सुधार: खाना के विकार के इलाज के दौरान, शरीरिक स्वास्थ्य का ध्यान रखना जरूरी है। आपका इलाज पहले आपके शारीरिक स्वास्थ्य को सुधारता है, जैसे आपके वजन को नॉर्मल करने की कोशिश।
खाने के विकार

निष्कर्ष:

भोजन का विकार एक गंभीर मेन्टल डिजीज है और इसका इलाज जरूरी है। अगर आप या आपके पास खाने के विकार के लक्षण दिखते हैं, तो तुरंत इलाज के लिए डॉक्टर के पास जाना जरूरी है। खाने के विकार के प्रकार, कारण, लक्षण और इलाज की जानकरी से आप खुद की और अपने साथियों की जान बचा सकते हैं। खुद की सेहत को और बेहतर जीवन के लिए, खाने के विकारों से लड़ने की हिम्मत रखें और इलाज के लिए तुरंत मदद लें।

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